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Showing posts from July, 2022

"जमीन और आसमान" शीर्षक से Er.AKP द्वारा लिखी गई!

ख्वाहिश थी सितारों को छूने की, मगर हालात ने ज़मीन से बाँध रखा है।” “उड़ान का शौक था हमें, पर पाँव बेड़ियों में जकड़े हुए हैं।”

"बदलाव अगर खुद में हम कर जाएँ" नामक कविता Er.AKP द्वारा लिखी गई!

"बदलाव अगर खुद में हम कर जाएँ, तक़दीर हमारी भी बदल जाए। क़दमों में कामयाबी नज़र आए, और अंदाज़ हमारा संवर जाए।"------- Written By : Ajit Pandey